मोबाइल एप्स कितने प्रकार के होते हैं

मोबाइल एप्स कितने प्रकार के होते हैं

आज कल मोबाइल का इस्तमाल करना बोहोत ही आम बात होगई है | आज के टाइम पे हर कोई मोबाइल का इस्तिमाल करता है | मोबाइल में बोहोत सारे एप्लीकेशन यूज़ होतें है | सुबह उठते ही मोबाइल हाथ में लेके चलाना सुरु कर देते है | हम मोबाइल में बोहोत सारे एक्टिविटी करते है जैसे की WhatsApp, Facebook, Twitter, Instagram, Gmail, चलाते है | कभी न्यूज़ पढते है ऑनलाइन में तो कभी YouTube पे विडियो देखते है | ऐसे ही बोहोत सारे एक्टिविटी करते रहेते है अपने मोबाइल से | हम एक्टिविटी मोबाइल एप्लीकेशन के जरिये से ही करते है |

अगर हम देखेंगे तो पाएंगे की बोहोत सारे एप्लीकेशन हर रोज़ आते है | इसलिए दिन ब दिन मोबाइल एप्लीकेशन का और इसके developer का डिमांड बढ़ता ही जा रहा है | क्या आपको पता है की जो मोबाइल अप्लिकतिओन हम इस्तिमाल करते है वह कैसे बनते है ? सायद बोहोत सारे लोग नेही जानते होंगे | लेकिन आज हम इसके बारें मं नही देखेंगे | क्या आपको पता है मोबाइल एप्प कितने प्रकार के होते है? आज हम जानेंगे  अलग अलग प्रकार के मोबाइल एप्प के बारे में |

मोबाइल एप्स के प्रकार (Types of Mobile App)

मोबाइल एप्प मुख्यतः ३ प्रकार के होते है |

  1. नेटिव एप्प (Native App)
  2. वेब एप्प (Web App)
  3. हाइब्रिड एप्प (Hybrid App)

आइये जानते है एक एक करके ये तीनो मोबाइल एप्प्स के प्रकार के बारे में |

नेटिव एप्प (Native App)

नेटिव एप्प जैसे की नाम ही बता रहा है की एक ही प्लेटफार्म के लिए नेटिव है मतलब यह है की ये एप्लीकेशन केवल एक ही प्लेटफार्म या ऑपरेटिंग सिस्टम को ध्यान में रख के बनाया जाता है | नेटिव एप्प सिर्फ एक ही ऑपरेटिंग सिस्टम में काम करेंगा जिसके लिए उसे बनाया गया है | मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे की एंड्राइड, एप्पल iOS या windows phone | अगर एप्लीकेशन एंड्राइड के लिए बनाया गया है तो ये सिर्फ एंड्राइड में ही काम करेगा बाकि में नेही करेगा |

नेटिव एप्प में इस्तेमाल किया जानेवाला टेक्नोलॉजी भी नेटिव ही होता है | नेटिव एप्प में अलग अलग प्रोग्रामिंग का प्रोयोग होता है जैसे की java, C++, ऑब्जेक्टिव C, पाइथन kotlin आदि…

आईये हम जानते है की नेटिव एप्प का इस्तेमाल से क्या फयिदे होते है और इसके क्या नुकसान हो सकता है

फ़ायदा

  1. नेटिव एप्प जैसे की हमने जाना की सिर्फ एक ही प्लेटफार्म यूज़ करता है इसीलिए इसका परफॉरमेंस बोहोत ही बेह्तेरिन होता है और ये बोहोत fast भी होता है |
  2. ये एप्लीकेशन ऑफलाइन भी काम करेगा
  3. नेटिव एप्प नेटिव device का user interference इस्तेमाल करते है इसलिए इसका उपभोक्ताओ को बेह्तेरिन कस्टमर अनुभव मिलता है |

नुकसान

  1. जब आप नेटिव एप्प को डेवेलोप करते है तो जैसे की हम ने जाना यह सिर्फ एक प्लेटफार्म पे ही काम करेगा इसीलिए दूसरा प्लेटफार्म के लिए अलग से बनाना पड़ेगा | हर एक प्लेटफार्म के लिए अलग कोडिंग होगा |
  2. इसीका कास्ट बोहोत ही ज्यादा होगा क्यूँ की हर एक प्लेटफार्म के लिए अलग अलग बनाना जो पड़ेगा |
  3. इसका maintenance भी ज्यादा होगा क्यूँ की हर एक version को मेन्टेन करना पड़ेगा और हर एक बार एप्प को अपडेट करने पर उपभोक्ता को इसे डाउनलोड करके फिरसे install करना पड़ेगा |
  4. ज्यादा अपडेट होने पर यह आपके device में ज्यादा स्टोरेज को लेगा |

वेब एप्प (Web App)

वेब एप्प को वेब टेक्नोलॉजी का उपयोग करके बनाया गया है | यह एप्लीकेशन को वेब ब्राउज़र के जरिये से ओपन किया जाता है | यह एप्लीकेशन को मोबाइल में डाउनलोड या install करने की जरुररत नही होता है | अगर आप इस एप्लीकेशन को save करना चाहते हो तो आपको इसे ब्राउज़र में बुकमार्क करके रखना पड़ेगा | यह एप्लीकेशन इन्टरनेट होने पर ही काम करता है |

वेब एप्प में आपके मोबाइल के साथ PC के वेब ब्राउज़र में भी काम करेगा | यह एप्लीकेशन को खासकरके CSS, HTML, Javascript, JQuery आदि प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से बनाया जाता है |

वेब एप्प का फायदा

  1. वेब एप्प वेब ब्राउज़र के जरिये से काम करता है इसीलिए ये एप्लीकेशन हर कोई मोबाइल device में काम करेगा लेकिन आप के पास वेब ब्राउज़र और इन्टरनेट का होना जरुरी है |
  2. यह एप्लीकेशन आपके के device में बोहोत ही कम जगह को लेती है यानि की आप के मोबाइल के storage बोहोत ही कम जगह लेगी और आप कम स्टोरेज में भी इसको चला सकते है |
  3. वेब एप्प को मेन्टेन करना आसन है |

वेब एप्प के नुकसान

  1. यह एप्लीकेशन सिर्फ वेब ब्राउज़र के जरिये से ही चल सकता है  | इसलिए ये चलने के लिए हमेसा वेब ब्राउज़र पे depend रहेता है |
  2. वेब एप्प आपको एप्प स्टोर में नेही मिलेंगे |
  3. बिना इन्टरनेट के ये एप्लीकेशन को आप इस्तिमाल नेही कर सकते |
  4. पुराना device या पुराना वेब ब्राउज़र में ये इतना अच्छा परफॉरमेंस नेही दे पाता |

हाइब्रिड एप्प (Hybrid App)

हाइब्रिड एप्प जैसे की नाम हमने सुना यह एप्प नेटिव एप्प और वेब एप्प का एक मिश्रण है | इस एप्प को दो technology को मिलाके बनाया गया है | हालाकि ये एक वेब एप्लीकेशन है जिसको नेटिव एप्प के अंदर ढला गया है |

इस एप्प में HTML, objective C, React-Native, CSS, JavaScript, JQuery आदि के मिश्रण प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से बनाया जाता है |

हाइब्रिड एप्प के फायदे

  • ये एप्प नेटिव एप्प से जल्दी बन जाता है क्यूँ की इसमें वेब एप्प का टेक्नोलॉजी इस्तेमाल होता है|
  • इसमें कम रिसोर्स और टाइम का बचत होता है क्यूँ की इसमें एक ही कोड का इस्तेमाल होता है|
  • बिना इन्टरनेट के भी ऑफलाइन मोड में भी ये काम करेगा |
  • ये एप्प स्टोर में आपको मिल जायेगा |

हाइब्रिड एप्प के नुकसान

  • ये एप्प को बनाने में थोडा ज्यादा खर्चा आता है |
  • हाइब्रिड एप्प का परफॉरमेंस नेटिव एप्प से थोडा कम ही होता है
  • पुराना ब्राउज़र और device में अच्छे से नही चल पता |

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने जाना की मोबाइल एप्स कितने प्रकार के होते हैं, क्या technology का इस्तेमाल करके इन्हें बनाया गया है और इसके फायदे और नुकसान के बारे में | आशा करते है की आपको अच्छी जानकारी मोबाइल एप्प के बारेमें मिला होगा |

FAQ

कौन कौन से मोबाइल एप्प अब ट्रेंडिंग में है?

मोबाइल एप्प जो ट्रेंडिंग में अब चल रहे है जैसे की Youtube, अमेज़न, Netflix, Instagram, TikTok, DropBox, Spotify,Whatsapp, Seamless, Pocket आदि |

अगर मुझे जल्दी से एक एप्प बनाना है तोह कौनसा एप्प बनाऊ ?

अगर जल्दी से एप्प बनाना है तो सबसे बेहतर आप्शन आपके पास है वेब एप्प को बनाना क्यूंकि यह दुसरे एप्प से जल्दी बनता है आपको कोई एक प्लेटफार्म नही चाहिए होता है |

कौन से एप्प बनाने में कम खर्चा आता है?

वेब एप्प (Web App) को बनाने में कम खर्चा होता है क्यूँ की इसका जो customization है वह बोहोत ही कम है इसीलिए ये एक बोहोत ही अच्छा आप्शन है |