Apple Private Relay Feature Kya Hai?

दोस्तों अपने तो एप्पल कंपनी का नाम सुना ही होगा जो की बोहत ही आना-माना और सुप्रसिद्ध ब्रांड है | हाल ही में एप्पल ने अपने वर्ल्डवाइड डेवलपर कांफ्रेंस जून २०२१ में कुछ नए फीचर का घोषणा की है| उनमें से iCloud प्लस का नया प्राइवेसी फीचर है जिसे प्राइवेट रिले का नाम दिया गया है |

एप्पल हमशा से अपने उपभोक्ताओ का प्राइवेसी को बोहोत महत्वो देता आरहा है| इसीको ध्यान में रखते हे इस नए फीचर को लाया गया है ताकि उपभोक्ता वेबसाइट से और ज्यादा सरक्षित रीती से कनेक्ट हो सके | यह फीचर iCloud प्लस के सेर्विए के अंतर्गत आता है, मैक, iPhone, iPad, iPod टच में उपलब्ध है | लेकिन यह सुबिधा iCloud के पेड सब्सक्रिप्शन प्लान में ही आता है |  

आगे हम देखेंगे की एप्पल का प्राइवेट रिले क्या है, कैसे काम करता है और कैसे उसे enable करें |

एप्पल का प्राइवेट रिले क्या है?

इन्टरनेट में user का ट्रैकिंग पिछले कुछ सालो से एक बोहोत ही चिंता का विषय बन चूका है | हलाकि बोहोत सारे प्राइवेसी सुरक्षित रखने का नया खोज आते रहेते है लेकिन उनको मात देके सुचना चुराने का तरीका उतना ही नया तरीका ट्रैकर ढूंड लेते है | एप्पल का प्राइवेट रिले एक बरदान साबित होक आया है अपने उपभोक्ताओ के लिए |

एप्पल के मताबिक iCloud प्राइवेट रिले एक एईसी सेरिविस है जो आपको virtually किसी भी नेटवर्क से जुड़ने देती है और एप्पल का सफारी वेब ब्राउज़र के साथ तोह और भी ज्यादा सुरक्षित और प्राइवेट तरीके से जुड़ने देती है | यह सुनिश्चित करता है की आपका ट्रैफिक encrypt हो ताकि कोई भी इसके मेसेज को ट्रैक या पढ़ न सके | आपका IP एड्रेस, लोकेशन और आपके ब्राउज़िंग गतिबिधि को कोई ट्रैक न कर सके |

हो सकता है सुनने में हमें ये VPN जैसे लगे लेकिन यह VPN से अलग है | एप्पल यंहा पे डूआल हॉप आर्किटेक्चर का इस्तेमाल कर रहा है| डूआल हॉप आर्किटेक्चर का मतलब है की आपका जानकारी को दो बार प्रोसेस किया जायेगा वेबसाइट होस्ट के पास जानेसे पहेले | आसन भाषा में बोले तो एप्पल आपका IP एड्रेस को देख सकता है लेकिन आप कौनसा वेबसाइट देख रहे हो वह नही देख सकता | लेकिन उनका दूसरा पार्टनर जो की इस आर्किटेक्चर से जुड़े हुए है वह केवल आपका वेबसाइट देख सकते है नाकि IP एड्रेस |

प्राइवेट रिले कैसे काम करता है?

जैसे की हमने देखा की प्राइवेट रिले डूआल हॉप आर्किटेक्चर का इस्तेमाल करता है मतलब आपका जानकारी को दो रस्ते से भेजता है ताकि वह encrypt रहे |

पहेला जो encrypt है वह आपका ब्राउज़िंग डेटा है जिसको encrypt करके एप्पल के प्रॉक्सी सर्वर में रिक्वेस्ट भेजा जाता है | जब एप्पल के पास आपका रिक्वेस्ट पहुंचा है वह एक नया IP एड्रेस बनाता है और आपका IP एड्रेस को हाईड कर देता है| इस रीती से एप्पल केवल आपके IP एड्रेस को ही जन पता है | नया IP एड्रेस कुछ इस तरह से दिया गया होगा की आपका नेटवर्क केरिएर जानही नही पायेगा की आप क्या ब्राउज कर रहे है |

दूसरा आपका DNS रिक्वेस्ट एप्पल के ट्रस्टटेड पार्टनर के पास पहुँचता है और वह उस वेब एड्रेस को decrypt करते है की आप क्या सर्च करना चाहते है| फिर उसके अनुसार वह रेड़ीरेक्ट करके उसे अपने जगह भेजते है| इसीलिए जो एप्पल के जो ट्रस्टटेड पार्टनर है वह केवल आप क्या जानकरी खोज रहे है जान पाएंगे नाकि आपका IP एड्रेस |

प्राइवेट रिले को iPhone में कैसे enable करें?

प्राइवेट रिले iphone में enable करने का steps कुछ इसप्रकार है

  1. पहेले आपके iphone के setting में जाईये
  2. फिर Apple ID में press करें
  3. निचे iCloud का आप्शन को press करें icloud
  4. अब प्राइवेट रिले (Private Relay) को select कीजियेPrivate Relay
  5. प्राइवेट रिले को on कर दीजियेPrivate Relay on
  6. जब प्राइवेट रिले enable/on होगा स्क्रीन के ऊपर भाग में बैनर में लिखा हुआ होगा “Private Relay is Active”

इससे आपका Private Relay enable हो जायेगा |

प्राइवेट रिले को Safari में कैसे enable करें?

Private Relay को Safari में enable करने का steps

  1. पहेले आपके iOS के सेटिंग को ओपन कीजिये
  2. फिर Safari को select कीजिये
  3. Safari के अंदर थोडा निचे PRIVACY & SECURITY में जाके ‘Hide IP Address’ आप्शन को प्रेस कीजिये
  4. फिर ‘Trackers and Websites’ आप्शन को चुनिए |

आपका प्राइवेट रिले safari में enable हो जायेगा |

प्राइवेट रिले कैसे उपयोगी है?

इन्टरनेट का इस्तेमाल बोहोत ही अद्भुत रीती से दिन वो दिन बड़ते ही जा रहा है | चाहे आपको इनफार्मेशन चाहिए या ऑनलाइन शौपिंग करना है सब में आपको वेबसाइट को जाना होगा | लेकिन कंपनी आपके ब्राउज़िंग को ट्रैक करते है और आपका एक प्रोफाइल बनाते है जिससे उनको जानकारी मिलती है की user क्या सर्च कर रहा है उसका IP एड्रेस क्या है और कौन से लोकेशन से ब्राउज कर रहा है| उसके मुताबिक आपको advertise आपको भेजा जाता है|

अगर आप प्राइवेट रिले को enable करते है तो आपका IP एड्रेस और कोई भी ऑनलाइन एक्टिविटी को ट्रैक नही कर पाएंगे | इससे आपका प्राइवेसी और भी मजबूत हो जाता है |

एप्पल प्राइवेट रिले VPN से कैसे अलग है?

पहेली बार सुनने में तो येही लगता है कि प्राइवेट रिले VPN जैसे ही है लेकिन गौर से देखा जाये तो पता चलेगा की दोनों बोहोत ही अलग है |

प्राइवेट रिले और VPN में समानता

  • दोनों आपके IP एड्रेस को encrypt करतें है
  • दोनों आपके original IP को छुपाके एक नया IP का मास्क देते है | इससे आपका IP का और लोकेशन का पता नही चल पता |

प्राइवेट रिले और VPN में असमानता

  • एप्पल प्राइवेट रिले में प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल करता है इसीलिए इसको स्कूल या कार्य करने की जगह में यूज़ नही कर पाएंगे | लेकिन VPN इसको एक नार्मल कनेक्शन के जैसे दिखा सकता है |
  • प्राइवेट रिले सिर्फ safari ब्राउज़र या iPhone, इपद या Mac में ही use कर सकते है जबकि VPN को किसी भी device में कर सकते है |
  • एप्पल का प्राइवेट रिले दो relay का इस्तिमाल करता है इसीलिए कोई भी इसका ऑनलाइन एक्टिविटी को ट्रैक नही कर पायेगा | लेकिन VPN में सिर्फ एक ही सर्वर का use किया जाता है इसीलिए अगर कोई VPN सर्वर को चेक करेगा तो ऑनलाइन एक्टिविटी देख सकता है |

FAQ

  • एप्पल प्राइवेट रिले use करने के लिए क्या चाहिए होता है?

एप्पल का लेटेस्ट version का ऑपरेटिंग सिस्टम iOS 15, Mac OS Monteray, iPadOS 15 होना जरुरी है |

  • क्या प्राइवेट रिले एक VPN है?

नेही, प्राइवेट रिले VPN सर्विस नही है |

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