Gunvachak Visheshan |गुणवाचक विशेषण: परिभाषा और उदाहरण

Gunvachak Visheshan
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Gunvachak Visheshan | गुणवाचक विशेषण

आज कि इस लेख में हम Gunvachak Visheshan ‘गुणवाचक विशेषण: परिभाषा और उदाहरण’ के बारे में बात करने वाले हैं। दरअसल गुणवाचक विशेषण विशेषण का ही एक प्रकार है, जिस से संबंधित प्रश्न विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं।

यह विशेषण का एक ऐसा प्रकार है, जिसके बारे में अक्सर स्कूल्स में विद्यार्थियों को पढ़ाई जाते हैं और इससे संबंधित प्रश्न उनके परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। इसलिए आज हम यहां बताएंगे कि गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं तथा गुणवाचक विशेषण का उपयोग कैसे किया जाता है?

तो चलिए फिर बिना देर किए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं गुणवाचक विशेषण से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में-

गुणवाचक विशेषण क्या है ? | Gunvachak Visheshan kya hai ?

गुणवाचक विशेषण, संज्ञा या शब्दों के गुण, विशेषता, स्वभाव, स्थिति, या स्थान को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होता है। यह संज्ञा के बारे में और अधिक जानकारी प्रदान करता है और सम्बन्धित संज्ञा के गुणों या विशेषताओं को व्यक्त करने में मदद करता है।

जब हम किसी संज्ञा के बारे में ज्यादा जानकारी देना चाहते हैं,  तो हम उस संज्ञा के साथ गुणवाचक विशेषण का इस्तेमाल करते हैं। ऐसा करने से हम उस संज्ञा की विशेषताओं को और स्पष्ट रूप से समझ सकते हैं या प्रकट कर सकते हैं।

इसके अलावा गुणवाचक विशेषण वाक्य को और अर्थ बनाने में भी सहायता प्रदान करती है।

गुणवाचक विशेषण एक ऐसा शब्द है, जो स्थान, व्यक्ति, वस्तु या अन्य संज्ञाओं के बारे में गुण या विशेषताएं बताता है। इसे वाक्य में संज्ञा के पहले या फिर क्रिया से पहले रखा जाता है|

गुणवाचक विशेषण इस्तेमाल करके हम उन संज्ञाओं को बढ़ावा देते हैं, उनकी विशेषताओं को व्यक्त करते हैं और वाक्य को अधिक समृद्ध बनाते हैं|

जैसे की –

  • बेकार बस्ती
  • आलीशान मकान
  • काले घोड़े
  • गरीब व्यक्ति
  • चमकदार हीरे
  • गठीला शरीर
  • पुराने और फटे कपड़े
  • लंबी लड़की
  • हरे भरे वृक्ष 

गुणवाचक विशेषण की परिभाषा  क्या है

ऐसे विशेषण शब्द जिनसे किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान आदि की विशेषता यानी गुण, दोष, रंग-रूप, आकर, स्वभाव आदि का बोध कराएं तो उन्हें गुणवाचाक विशेषण कहा जाता है|

अन्य शब्दों में कहे तो वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता हो उन्हें गुणवाचक विशेषण कहा जाता है|

उदाहरण के रूप में  –

1. गुणवाचक विशेषण व्यक्ति के गुण या विशेषताओं को बताने के लिए प्रयुक्त होते हैं.

 जैसे की – सुंदर, विद्यावान, स्नेही, बुद्धिमान, उम्दा, बहादुर

2. गुणवाचक विशेषण स्थान या वस्तु की विशेषताओं को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त होते हैं.

 जैसे की – ऊँचा, छोटा, मोटा, चौड़ा, लंबा, भारी

3. गुणवाचक विशेषण एक क्रिया की विशेषताओं को व्यक्त करने के लिए प्रयुक्त हो सकते हैं.

 जैसे की – दौड़ती, चलती, गाती, खाती, सोती

इस तरह से गुणवाचक विशेषण हमें भाषा में विविधता और व्यंग्य का उपयोग करने में मदद करते हैं, वाक्य को स्पष्ट विस्तार चीन और समझने में सुविधाजनक बनाते हैं

गुणवाचक विशेषण के उदाहरण क्या है

यहाँ निचे हम गुणवाचक विशेषण के कुछ उदाहरण प्रस्तुत कर रहे है,  जिनसे आप गुणवाचक विशेषण के बारे में और अच्छी तरह से समझ सकते है –

जैसे —

  • राम एक मोटा लड़का है|
  • पिंकी बहुत अच्छा गाती है|
  •  बाग में फूल बहुत सुंदर है|
  • पृथ्वी का आकार गोल है|
  • आम बहुत मीठे हैं|
  • विजय बहुत शरारती बच्चा है|
  • यह लड़की बहुत सुंदर है|
  •  यह आपसे बहुत पुरानी बात है|
  • ताजी हवा सेहत के लिए अच्छी होती है।
  • अनीता का कुत्ता काला रंग का है|
  • सौरभ बहुत आलसी है|
  • वह चाय फीकी पीती है|
  • दीनू काका बहुत कंजूस है|
  • यह घर काफी छोटा है|
  • दीपा ने लाल रंग के कपड़े पहने हैं|

गुणवाचक विशेषण के प्रकार कितने है

गुणवाचक विशेषण को विभिन्न प्रकार में बांटा गया है, जिनके बारे में हम नीचे थोड़ा विस्तार से बता रहे हैं जैसे कि –

दोषबोधक – धोखेबाज, बेईमान, झूठा, बुरा, कठोर, घमंडी, दुष्ट, पापी आदि। 

गुणबोधक – अच्छा, सच्चा, भला, ईमानदार, ज्ञानी, दयालू, उचित, दानी, न्यायी आदि।

स्थानबोधक – ,भीतर, बाहरी, ऊपर, नीचे, सतह, उजाड़, चौरस, दायाँ, बायाँ, पूर्वी, पश्चिमी, भारत, अमेरिका,  नुक्कड़, मोहल्ला आदि।

स्पर्शबोधक –  ठंडा, गर्म, सख्त, मुलायम, कोमल, खुरदरा, मजबूत, कठोर।

आकारबोधक – ऊँचा, छोटा, लंबा, नाटा, बड़ा, चपटा, गोल, चौकोर, सुडौल, नुकीला, चौड़ा, सीधा, तिरछा आदि। 

कालबोधक – नया, पुराना, आगामी, ताज़ा, अगला, पिछला, टिकाऊ, मौसमी, प्राचीन आदि।

दशाबोधक – घना, पालतू, रोगी, गाढ़ा, गीला, सूखा, दुबला, पतला, मोटा, भारी आदि।

रंगबोधक – पीला, काला, लाल, नीला, चमकीला, सफ़ेद, बैगनी, सुनहरा, धुंधला, फीका आदि। स्वादबोधक – मीठा, तीखा, खट्टा, नमकीन, कड़वा, सुगंधित आदि।

 वाक्य में गुणवाचक विशेषण का उपयोग कैसे करते हैं

गुणवाचक विशेषण का उपयोग वाक्य में संज्ञा के गुण, विशेषत ,स्वभाव, स्थितियां, स्थान आदि को व्यक्त करने के लिए किया जाता है। इसके द्वारा हम संज्ञा के बारे में अधिक जानकारी प्रदान कर सकते हैं और उसे समझने में मदद कर सकते हैं|

यहां नीचे हम कुछ उदाहरण के रूप में व्यक्त कर रहे हैं, जिनसे आप यह समझ पाएंगे कि गुणवाचक विशेषण का उपयोग वाक्य में किस तरह से किए जाते हैं|

जैसे कि –

  1. “सुंदर” एक गुणवाचक विशेषण है, जो संज्ञा की सौंदर्य को व्यक्त करता है
    • “वह एक सुंदर फूल है।”
    • “यह पुस्तक मुझे सुंदर लगी।”
  2. “बड़ा” एक गुणवाचक विशेषण है, जो संज्ञा का आकार या मात्रा व्यक्त करता है:
    • “उसके पास एक बड़ा घर है।”
    • “मुझे एक बड़ी किताब चाहिए।”
  3. “खुश” एक गुणवाचक विशेषण है, जो संज्ञा की भावना या स्थिति को व्यक्त करता है:
    • “वह एक खुश बच्चा है।”
    • “मैं खुश न्यूज़ सुनकर खुश हुआ।”
  4. “गरम” एक गुणवाचक विशेषण है, जो संज्ञा की तापमान को व्यक्त करता है:
    • “कृपया मुझे एक गरम कप चाय दीजिए।”
    • “मैंने एक गरम जूस पिया।”

गुणवाचक विशेषण के वाक्य | Gunvachak Visheshan Ke Vakya

वाक्य में प्रयोग होने वाले कुछ गुणवाचक विशेषण इस तरहा से है —

‘अत्याचारी कंस का  वध श्री कृष्ण ने कर दिया।’

इस वाक्य में कंस की विशेषता बताई जा रही है कि वह बहुत अत्याचारी है वाक्य में प्रयोग होने वाले शब्द संज्ञा शब्द है जिस की विशेषता बताई जा रही है। जिनमें शब्द अत्याचार दोष है जो कि गुणवाचक विशेषण के अंतर्गत आता है।

‘रामू ने मीठे  आम देखकर पेट भर कर खाया’

 इस वाक्य में आम की विशेषता बताई जा रही है कि आम मीठे हैं. तथा इस वाक्य में आम एक संज्ञा शब्द है और उसके विशेषता  बताने वाला शब्द मीठा है। इस वाक्य में मीठे गुणवाचक विशेषण होगा जो आम के स्वाद को दर्शा रहा है।

‘राम एक ईमानदार लड़का है’।

 इस वाक्य में लड़का एक संज्ञा शब्द है, जो कि राम की विशेषता बता रहा है कि राम एक इमानदार लड़का है। यहां गुणवाचक विशेषण इमानदार है, जो कि व्यक्ति की अच्छाई बता रहा है।

‘काली बिल्ली डरावनी होती है’।

उपरोक्त वाक्य में बिल्ली एक संज्ञा शब्द है, जिस की विशेषता बताने वाला शब्द काली है। अतः काली गुणवाचक विशेषण का शब्द है, जो कि रंग की ओर दर्शा रहा है।

निष्कर्ष

आज का यह लेख Gunvachak Visheshan ‘गुणवाचक विशेषण: परिभाषा और उदाहरण’ यहीं पर समाप्त होता है| आज के इस लेख में हमने जाना कि गुणवाचक विशेषण किसे कहते हैं तथा वाक्य में गुणवाचक विशेषण का उपयोग कैसे करते हैं साथ ही साथ हमने यहां गुणवाचक विशेषण के उदाहरण भी देखें।

उम्मीद करते हैं, इस लेख के माध्यम से अब आपको Gunvachak Visheshan गुणवाचक विशेषण से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी। लेकिन फिर भी यदि इस लेख के प्रति आप कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट के माध्यम से पूछ सकते हैं|

अंत में  आपसे निवेदन है कि यदि आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे जितना हो सके उतना अधिक share करें।

FAQ

गुणवाचक विशेषण क्या है?

वाक्य में प्रयोग होने वाले ऐसे शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता हो उन्हें गुणवाचक विशेषण कहा जाता है।

गुणवाचक विशेषण के उदाहरण क्या है?

गुणवाचक विशेषण के उदाहरण है – अर्जुन बहुत बलवान है, सीमा एक काली लड़की है, वह सफेद रंग का घोड़ा है, यह मुलायम वस्त्र है।

विशेषण के भेद कितने प्रकार के होते हैं?

विशेषण के आठ भेद है- गुणवाचक विशेषण, संख्यावाचक विशेषण, परिमाणवाचक विशेषण, सार्वनामिक विशेषण, संबंध वाचक विशेषण, व्यक्तिवाचक विशेषण, प्रश्न वाचक विशेषण, तुलना बोधक विशेषण।

गुणवाचक विशेषण का उपयोग कब किया जाता है?

जहां किसी वस्तु स्थान आदि की विशेषता बताना हो वहां गुणवाचक विशेषण का प्रयोग किया जाता है।

छोटा मकान किस तरह का विशेषण को दर्शा रहा है?

छोटा मकान एक गुणवाचक विशेषण है, जिसमें मकान की विशेषता बताई जा रही है।