संबंधवाचक सर्वनाम की परिभाषा एवं उदाहरण: सर्वनाम किसे कहते हैं यह तो हर कोई जानता है। लेकिन क्या आप जानते हैं, कि संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं? या संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण क्या है? यदि नहीं तो यह लेख बिल्कुल आपके लिए ही है, क्योंकि आज हम यहाँ संबंधवाचक सर्वनाम की परिभाषा एवं उदाहरण के बारे में चर्चा करने वाले हैं।
सर्वनाम हिंदी व्याकरण का सबसे महत्वपूर्ण विषय है, जिससे संबंधित प्रश्न स्कूल में विद्यार्थियों से पूछे जाते हैं और इतना ही नहीं प्रतियोगी परीक्षाओं में भी अभ्यार्थियों से इससे जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं। तो चलिए फिर बिना देर किए, इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं संबंधवाचक सर्वनाम क्या है
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संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं
संबंधवाचक सर्वनाम उन्हें कहा जाता है, जो किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या समय के साथ संबंध को दर्शाने या निर्देशित करने के लिए प्रयोग किया जाता है। संबंधवाचक सर्वनाम को अंग्रेजी में possessive pronoun या relative pronoun कहा जाता है। इसके माध्यम से हम दूसरे शब्दों के साथ संबंध में निर्देश जोड़ सकते हैं। जैसे कि ‘जिसे, जिसकी, जहां आदि।
यह सर्वनाम वाक्य में संबंध बनाने के लिए प्रयोग होता है और उसका उपयोग वाक्य को सुंदर, संपूर्ण और समझने में सहायता करने के लिए किया जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो, संबंधवाचक सर्वनाम वाक्य में अपने से पहले प्रयुक्त किसी संज्ञा या सर्वनाम के बदले में आकर उस संज्ञा या सर्वनाम की पुनरुक्ति को रोकता है और उस संज्ञा या सर्वनाम का संबंध अपने से आगे आने वाले शब्द समूह से जोड़ता है।
जैसे –
यह वह पुस्तक है, जिसे मुझे दी गई थी।
यहाँ ‘जिसे’ एक संबंधवाचक सर्वनाम है, जो अपने से पहले आए संज्ञा यानी पुस्तक के दोहराव को रोकता है और अभीष्ट संज्ञा का संबंध आगे आने वाले शब्द समूह से जोड़ता है।
संबंधवाचक सर्वनाम की परिभाषा
ऐसे वाक्य जहां संज्ञा और सर्वनाम के संबंध का बोध हो उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो ऐसे सर्वनाम शब्द जिनसे किसी भी वाक्य संज्ञा और सर्वनाम के मध्य संबंध को जोड़ा जाए उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे कि –
- जो
- जिसके
- उसकी
- जिससे
- सो
- उसी
- यहां
- वहां
- जितना
- उतना
- वैसी
- जैसी
- जैसे
उदाहरण के लिए –
- जैसे को तैसा।
- तुम जितना चाहोगे तुम्हें उतना ही मिलेगा।
- जिसकी लाठी उसकी भैंस।
- जो परिश्रम करते हैं, सफलता उन्हें ही मिलती है।
- वह आदमी जो मेरे साथ बात कर रहा है बहुत स्नेहपूर्ण है।
- यह किताब मेरी है, जिसकी बारीकियों पर मुझे गर्व है।
- मैं जिसे चाहूँ उसे देख सकता हूँ।
- मैंने जैसे ही उसे देखा वह शर्मा गई।
- जो कर्म करेगा सो फल पाएगा।
ऊपर दिए गए वाक्यों में आप देख सकते हैं कि जैसे, तैसा, जितना, उसकी, जिसकी, जो, उन्हें, जिसे, उसे आदि जैसे अनगिनत शब्द दो वाक्यों के मध्य संबंध बनाने का कार्य कर रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह संबंधवाचक सर्वनाम है। जो भी वाक्य दो संज्ञा या सर्वनाम शब्दों के बीच संबंध बनाता हो, उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहा जाएगा।
संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण
हम यहां संबंधवाचक सर्वनाम से संबंधित कुछ उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं, जिनके माध्यम से आप संबंधवाचक सर्वनाम को और अच्छी तरह से समझ सकते हैं।
- वह आदमी जो बाहर खड़ा है, मेरा दोस्त है।
- मैंने उस शहर में एक पुराने मंदिर को देखा जहाँ भगवान की पूजा होती है।
- वह लोग जिन्हें में आज देखा, बहुत खुश लग रहे थे।
- तुम्हारी बहन से मैं उसी विषय पर बात करूंगा, जिससे तुम्हें परेशानी हो रही थी।
- जिसकी लाठी उसकी भैंस।
- जो गरजते हैं वह बरसते नहीं।
- जहां चाह वहां राह।
- तुम जो पुस्तक पढ़ रहे हो, उसे मैंने कब की पढ़ चुकी है।
- जितना चाहो उतना अधिक खा सकते हो।
- जहां छाती वहीं तलवार।
- जैसा कर्म वैसा फल।
- जो कर्म करेगा उसे ही फल मिलेगा।
ऊपर दिए गए वाक्यों में आप देख सकते हैं कि किस तरह से संबंध वाचक सर्वनाम का प्रयोग करके वाक्यों को आपस में जोड़ा गया है। ऊपर दिए गए सार्वनामिक शब्दों से साफ तौर पर संबंध का प्रतीत हो रहा है। इसी वजह से यह शब्द संबंधवाचक कहलाते हैं।
संबंधवाचक सर्वनाम की क्या पहचान हैं
संबंधवाचक सर्वनाम की पहचान करने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना अत्यंत महत्वपूर्ण होता है जैसे कि –
संबंध के पहले भाग
प्रायः संबंधवाचक सर्वनाम की पहचान करने के लिए वाक्य के पहले भाग को ध्यान से देखें। इसे पहचानने के लिए ध्यान दें, कि किस व्यक्ति, वस्तु, स्थान या समय के साथ संबंध स्थापित किया जा रहा है। जैसे कि- ‘जो’ सर्वनाम वाक्य में प्रयोग होने पर यह ध्यान दें, कि यह शब्द किस व्यक्ति या वस्तु के संबंध को दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया गया है।
संबंध के प्रकार
संबंधवाचक सर्वनाम के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे- जिसकी, जहां, जो, जिसे, उसकी, उन्हें आदि। आपको इन प्रकारों के बारे में संपूर्ण जानकारी होनी आवश्यक है ताकि आप उन्हें वाक्य के अंदर पहचान सके। इन प्रकार के आधार पर ही आप वाक्य में उपयोग होने वाले संबंधवाचक सर्वनाम की पहचान आसानी से कर सकते हैं।
वाक्य की संरचना
संबंधवाचक सर्वनाम आमतौर पर वाक्य के दूसरे पद के पहले ही प्रयोग होता है। आप वाक्य की संरचना को ध्यान से देखें और वाक्य के पहले पद को अच्छी तरह से समझे, क्योंकि पहले पद के बाद संबंधवाचक सर्वनाम का इस्तेमाल किया जाता है ताकि वाक्य के दूसरे पद को जोड़ा जा सके।
निष्कर्ष
आज का यह लेख ‘संबंधवाचक सर्वनाम की परिभाषा एवं उदाहरण’ यहीं पर समाप्त होते है। आज के इस लेख में हमने संबंधवाचक सर्वनाम किसे कहते हैं तथा संबंधवाचक सर्वनाम की पहचान कैसे करते हैं और संबंध वाचक सर्वनाम के उदाहरण के बारे में बात की है। उम्मीद करते हैं आज के इस लेख के माध्यम से आप लोगों को संबंधवाचक सर्वनाम के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी।
लेकिन इसके बावजूद भी आपको संबंधवाचक सर्वनाम से संबंधित जानकारी चाहिए तो कमेंट के माध्यम से आप अपने आप तक पहुंचा सकते हैं। आता यदि यह लेख आपको पसंद आए तो अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के संग अवश्य शेयर करें।
FAQ
संबंधवाचक सर्वनाम क्या है?
ऐसे सर्वनाम शब्द जिनसे किसी भी वाक्य संज्ञा और सर्वनाम के मध्य संबंध को जोड़ा जाए उन्हें संबंधवाचक सर्वनाम कहते हैं।
संबंधवाचक सर्वनाम किसके भेद हैं?
सर्वनाम के कुल 6 भेद होते हैं, जिनमें से संबंधवाचक सर्वनाम एक है।
संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण क्या है?
संबंधवाचक सर्वनाम के उदाहरण है – जिसकी लाठी उसकी भैंस, सीता जो चाहती है उसे वह मिलता है, मीना ने जैसी गुड़िया चाही उसे वैसी ही गुड़िया मिली, मैं वहां हूँ जहाँ तुम कभी आ भी नहीं सकते।
संबंधवाचक सर्वनाम का उपयोग किस तरह किया जाता है?
संबंधवाचक सर्वनाम का उपयोग वाक्यों में संदर्भ स्थापित करने के लिए किया जाता है। ये सर्वनाम उस पद की जगह प्रतिस्थापित करते हैं, जिसका संदर्भ दिया जाता है। इसके माध्यम से व्यक्ति, समय, स्थान, वस्तु आदि के बीच के संबंध को दर्शाया जा सकता है।
संबंधवाचक सर्वनाम को अंग्रेजी में क्या कहा जाता है?
संबंधवाचक सर्वनाम को अंग्रेजी में possessive pronoun या relative pronoun कहा जाता है।