Senior Citizen Saving Scheme Hindi

Senior Citizen Saving Scheme (SCSS) Hindi

भारत मे सीनियर सिटिज़न के लिए यानी 60 वर्ष से ऊपर की आयु के लोगो के लिए यह सुविधा चालू की गई हैं। इस योजना (Senior Citizen Saving Scheme) में आप अपनी स्तिथि के अनुसार पूंजी जमा करवा सकते हैं। इस योजना का संचालन भारत मे बैंकिंग संस्थानों दुवारा किया जाएगा। सीनियर सिटिजन्स (Senior citizens) के लिए रिटायरमेंट के बाद उनकी सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि वे अब कहां निवेश करें, जिससे उन्हें एक तय राशि नियमित तौर (पेंशन की तरह ) पर मिलती रहे। जिन लोगों को पहले स्व ही  नॉकरी के बाद पेंशन मिलती है, उन्हें गुजारे में ज्यादा दिक्कत नहीं होती। लेकिन आपको पता होगा कि देश मे ऐसे लोगों की भी कोई कमी नहीं है, जो प्राइवेट सेक्टर की ऐसी नौकरियां करते हैं ओर अब रिटायर्ड हो चुके हैं, जिनमें कंपनियों दुवारा पेंशन का कोई भी प्रोविजन नहीं दिया जाता है। इन्हें रिटायरमेंट पर केवल इन दो स्कीमो जैसे ग्रैच्युटी और पीएफ (PF) का ही लाभ मिल पाता है। देश मे सीनियर सिटिजन्स के लिए वैसे तो इन्वेस्टमेंट करने के लिए कई अच्छी अच्छी योजनाएं हैं, लेकिन पोस्ट ऑफिस ( post office )की मंथली सेविंग्स स्कीम (monthly saving scheme) सबसे अच्छी है।

SCSS की न्यूनतम और अधिकतम जमा राशि सीमा

इस योजना में जमा कर्ताओं को जमा राशि के तौर पर न्यूनतम 1000 रु. की राशि एकमुश्त जमा करने की अनुमति है| SCSS योजना में जमा के तौर पर अधिकतम राशि जमा कराने की सीमा 15 लाख तक है।

हालाँकि SCSS (senior citizen saving schemes) खातों में 1,00,000 रु. से कम की राशि आसानी से नकद जमा की जा सकती है| ओर एक लाख रु. से अधिक राशि जमा करने के लिए आपको ( चेक/डिमांड ड्राफ्ट ) किसी एक का उपयोग करना अनिवार्य है।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की मैच्योरिटी

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना ( Senior citizen saving scheme ) में जब भी राशि जमा करवाते हैं तो उसमें जमा की गई राशि के साथ खाता खोलने की तारीख से आगामी 5 साल के बाद यह मैच्योर होती है। हालाँकि, अगर खाता धारक चाहे तो खाता धारक के पास इसे मैच्योर होने के बाद खाते की समय सीमा 3 साल तक बढ़ाने का भी आसान विकल्प होता है। वर्तमान में यह विकल्प सिर्फ एक ही बार उपलब्ध है और इसका अनुरोध SCSS ( senior citizen saving scheme ) खाते की मैच्योरिटी के 1 वर्ष के भीतर ही किया जाना चाहिए।

एसबीआई सीनियर सिटीजन सेविंग (SCSS) स्कीम के फायदे-

पात्रता- 60 साल से ऊपर अगर कोई रिटायर्ड देश का नागरिक भारतीय स्टेट बैंक में SCSS खाता खोल सकता हैं।

ब्याज दरें- एससीएसएस योजना में आपके दुवारा की गई जमा राशि पर लगभग 7.40 फीसदी प्रति वर्ष की दर से ब्याज मिल रहा है जो कि आपको जमा होने की तारीख से पूरे एक साल पूरा होने के बाद मिलता है। इस योजना के amount ब्याज पर आपको पहले माह ब्याज मिलता है फिर प्रत्येक कैलेंडर तिमाही यानी 31 मार्च, 30 जून, 30 सितंबर और 31 दिसंबर को मिलता है यह पहले से तय किया होता हैं।

डिपॉजिट मोड- इस योजना में अगर आप 1,00,000 तक कि राशि जमा करवाते है तो आप कैश जमा करवा सकते हैं और इससे ऊपर की राशि के लिए आपको चेक या ड्राफ्ट से जमा करवाना होगा।

वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (Senior citizen saving scheme) में निवेश से टैक्स में लाभ कैसे मिलता है?

  • वरिष्ठ नागरिक बचत योजना में आपके इस योजना के खाते में किए गए निवेश की कुल राशि पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80 C के तहत आयकर कटौती का भी लाभ मिलता है
  • SCSS (senior citizen saving scheme)  पर ब्याज़ पूरी तरह से टैक्स लाभ योग्य है। अगर कमाई गई ब्याज़ राशि एक (किसी भी साल में) वित्त वर्ष में 50,000 Rs से अधिक है, तो उस राशि पर स्रोत पर आपके लिए टैक्स कटौती (TDS) कमाए गए ब्याज़ की राशि पर लागू होगा। SCSS निवेश पर TDS ( Tax deducted at source ) कटौती की यह सीमा अब से 2020-21 के बाद से लागू है

एसबीआई सीनियर सिटीजन सेविंग (SCSS) स्कीम के लिए आवेदन

सीनियर सिटिज़न सेविंग योजना में आवेदन करने के लिए आपको अपने नज़दीकी भारतीय स्टेट बैंक या अन्य किसी बैंक या पोस्ट आफिस में जाकर इस योजना के अंतर्गत एक खाता खुलवाना होगा। इस खाते में आपको अपनी स्तिथि व बचत के अनुसार आपको राशि जमा करवानी होगी। इस योजना का संचालन भारत मे बैंकिंग संस्थानों व पोस्ट आफिस दुवारा किया जाता हैं।

सीनियर सिटीजन सेविंग (SCSS) स्कीम के लिए के लिए जरूरी दस्तावेज

  • सीनियर सिटिजन सेविंग योजना के लिए सबसे जरूरी आवेदक का पैन कार्ड होना जरूरी है।
  • आवेदन इस योजना मे अपनी राशि कैसे जमा करवायेंगे ओर कैसे जमा करवायेंगे उसका भी विवरण देना होगा।
  • आवेदन के नाॅमिनी की जानकारी भी देना जरूरी है।
  • आवेदक को बैंक मे खाता खोलते समय अपना केवाईसी ( KYC – Know your costumer )  से सम्बंधित जानकारी भी पूरी करनी होगी।

एसबीआई सीनियर सिटीजन सेविंग (SCSS) स्कीम के लिए धारक बैक

आप इन निम्न बैंकों मे इस योजना के तहत खाता खुलवा सकेंगे।

  • इलाहाबाद बैंक
  • बैंक ऑफ बड़ौदा
  • भारतीय स्टेट बैंक
  • बैंक ऑफ महाराष्ट्र
  • सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
  • केनरा बैंक
  • बैंक ऑफ इंडिया
  • सिंडिकेट बैंक
  • इंडियन ओवरसीज बैंक
  • आईडीबीआई बैंक
  • देना बैंक
  • यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया
  • यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
  • विजय बैंक
  • कॉर्पोरेशन बैंक
  • आंध्रा बैंक
  • यूको बैंक
  • इंडियन बैंक
  • पंजाब नेशनल बैंक

निष्कर्ष

सीनियर सिटीजन सेविंग योजना बुजुर्गों के लिए एक अच्छी पहल हैं। जो लोग अपनी 60 साल की उम्र के बाद भी अपने लिए दूसरों पर निर्भर नही रहना चाहते हैं वे इस योजना में आवेदन कर सकते हैं। इस योजना में कम से कम बचत जमा राशि 1000 रुपये हैं व अधिकतम राशि 15,00,000 हैं।

FAQ

प्रश्न – सीनियर सिटीजन सेविंग योजना के लिए कौन आवेदन कर सकता हैं?

उत्तर – सीनियर सिटीजन सेविंग योजना के लिए देश मे 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोग आवेदन कर सकते हैं।

प्रश्न – सीनियर सिटीजन सेविंग योजना में जमा की राशि कितनी हैं?

उत्तर – इस योजना में कम से कम बचत जमा राशि 1000 रुपये हैं व अधिकतम राशि 15,00,000 हैं। इस योजना के अंतर्गत आप जितना भी निवेश करते हैं तो उस राशि के अनुसार ही आपको राशि पर ब्याज दिया जाएगा।

प्रश्न – क्या इस योजना को मेच्योरिटी के बाद भी बढाया जा सकता है ?

उत्तर – सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम के नियमानुसार इस योजना को इसकी मेच्यौरिटी समय 5 के बाद भी इस योजना को 3 साल तक बढाया जा सकता है।

प्रश्न – सीनियर सिटीजन सेविंग योजना के अन्तर्गत कितना ब्याज मिलेगा ?

उत्तर – सीनियर सिटीजन सेविंग योजना के अन्तर्गत लाभार्थी को 7.40 प्रतिशत तक का ब्याज दिया जायेगा जो की काफी अच्छा है दूसरे सेविंग योजनाओ के मुकाबले है।

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