वचन की परिभाषा, भेद और प्रयोग के नियम

वचन की परिभाषा
वचन की परिभाषा

क्या आप जानते हैं, कि हिंदी व्याकरण में वचन किसे कहते हैं? वचन के कितने प्रकार होते हैं? यदि नहीं तो इस लेख में अंत तक बने रहे, क्योंकि आज हम यहां जानेंगे की वचन की परिभाषा, भेद और प्रयोग के नियम क्या है?

हिंदी भाषा को अच्छी तरह से समझने और जानने के लिए सबसे जरूरी है, हिंदी व्याकरण को अच्छी तरह से समझना, क्योंकि हिंदी का आधार ही हिंदी व्याकरण पर निर्भर करता है। तो चलिए फिर बिना देर किए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं वचन क्या है और वचन को कैसे पहचाने

Table of Contents

वचन किसे कहते हैं

हिंदी व्याकरण में वचन शब्द का इस्तेमाल संज्ञा या सर्वनाम की संख्या दर्शाने के लिए किया जाता है। हिंदी व्याकरण में वचन शब्द का अर्थ होता है, ‘संख्या’ या प्रकार और इसे अंग्रेजी में ‘नंबर (Number)’ कहा जाता है। जब हम किसी संज्ञा या सर्वनाम के वचन की बात करते हैं, तो इसका मतलब होता है कि हम उनकी संख्या को दर्शाते हैं।

दूसरे तथा आसान शब्दों में कहे तो, जब किसी वस्तु या व्यक्ति के गिनती या संख्या का पता चलता है यानी कि कोई व्यक्ति या वस्तु एक या उससे अधिक है, तो से वचन कहा जाता है।

जैसे कि –

  • बच्चे स्कूल जा रहे हैं।
  • बकरी घास खाती है।
  • बगीचे में बेहद खूबसूरत वृक्ष लगे हैं।
  • वह कपड़े खरीद रही है।
  • सड़क पर बसों का आना-जाना लगा हुआ है।
  • यहां किताबों का ढेर लगा हुआ है।
  • तुम्हारी कलम अच्छी है।
  • स्कूल बस खराब हो गई है।

वचन की परिभाषा

जो संज्ञा और सर्वनाम की संख्या या व्यक्ति, वस्तु या भाव की संख्या को दर्शाने के लिए प्रयोग होता है, वचन कहलाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो, जो संज्ञा, सर्वनाम और क्रिया की संख्या को दर्शाता है, उसे वचन कहा जाता है।

उदाहरण के लिए –

  • यहां लड़के खेल रहे हैं।
  • वह लड़का दौड़ता है।
  • लड़की गा रही है।
  • लड़के खेल रहे हैं।
  • यहां गाड़ियों की भीड़ लगी हुई है।

वचन के भेद

मुख्य रूप से हिंदी व्याकरण में वचन के दो भेद होते हैं –

  • एकवचन
  • बहुवचन

लेकिन यदि बात करें मूल भाषा की तो संस्कृत में वचन के तीन प्रकार होते हैं, जिनमें दो वचन तो हिंदी व्याकरण के अनुसार समान होते हैं परंतु तीसरा वचन अलग होता है। जैसे एकवचन, द्विवचन और बहुवचन।

यहां नीचे हम हिंदी व्याकरण में वचन के दोनों प्रकारो के बारे में विस्तार से जाने जैसे कि –

एकवचन

जब कोई व्यक्ति, वस्तु या भाव केवल एक होते हैं यानी उनकी संख्या महज एक होती है, तो उन्हें एकवचन कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहे तो, एकवचन में व्यक्ति या अन्य वस्तुओं की संख्या केवल एक होती है।

उदाहरण के लिए –

  • किताब
  • लड़का
  • कलम
  • सोना
  • घोड़ा
  • टेबल
  • कपड़ा
  • बच्चा

बहुवचन

जब एक ही स्थान पर कई व्यक्ति, वस्तु, पदार्थ या भाव मौजूद होते हैं, तब उन्हें बहुवचन कहा जाता है। दूसरे शब्दों में कहें तो कोई भी व्यक्ति या अन्य वस्तुओं की संख्या जब एक से अधिक होती है, तो उसे बहुवचन कहा जाता है।

उदाहरण के लिए –

  • लड़के
  • किताबें
  • दीवारें
  • घड़ियां
  • कपड़े
  • बच्चे
  • गुब्बारे
  • स्त्रियां

वचन परिवर्तन का क्या मतलब है

वचन परिवर्तन एक व्याकरणिक अवधारणा है, जो कि यह बताता है कि वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम के वचन को परिवर्तित करके उसमें बदलाव किया जा सकता है। दूसरे शब्दों में कहें, तो वचन परिवर्तन का मतलब है कि किसी भी वस्तु या व्यक्ति की संख्या को एक से अधिक संख्याओं में व्यक्त किया जा सके। इसे उदाहरण के साथ हम और अच्छी तरह से समझते हैं जैसे कि –

उदाहरण के लिए –

‘सीमा किताब पढ़ रही है‘ इस वाक्य में संज्ञा किताब है, जो कि एकवचन को दर्शाता है परंतु जब इस वचन में परिवर्तन किया जाता है, तो यह वाक्य कुछ इस तरह कहलायेगा जैसे कि – ‘सीमा किताबे पढ़ रही है’। जिसके बाद अब इस वाक्य को बहुवचन कहा जा सकता है।

उसी तरह –

राम मिठाई खा रहा है।

राम मिठाइयां खा रहा है।

कुत्ता भौंक रहा है।

कुत्ते भौंक रहे हैं।

घोड़ा दौड़ रहा है।

घोड़े दौड़ रहे हैं।

वचन की पहचान कैसे करें

वचन की पहचान करने के लिए कुछ बातों को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है जैसे कि हमेशा वचन की पहचान करने के लिए वाक्य की भाषा और व्याकरण के नियमों को ध्यान में रखना होगा। ज्यादातर वाक्यों में संज्ञा और सर्वनाम वचन की पहचान करने के लिए आवश्यक होते हैं।

वाक्य में संज्ञा और सर्वनाम को समझें

वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम के रूपों को ध्यान से देखें और उनकी संख्या को ध्यान से पढ़ें। यदि वाक्य में केवल एक वस्तु या व्यक्ति के बारे में बताया गया है, तो इसका मतलब है कि यह एकवचन है जैसे लड़का पुस्तक घोड़ा वस्त्र आदि और यदि वाक्य में एक से अधिक वस्तुओं की जानकारी दी गई है, तो इसका मतलब है कि यह बहुवचन है जैसे पुस्तकें बच्चे घोड़े खिलौने लड़के आदि।

उदाहरण के लिए – (संज्ञा और सर्वनाम के आधार पर वचन की पहचान)

एकवचनबहुवचन
घोड़ा दौड़ रहा है।घोड़े दौड़ रहे हैं।
मैं स्कूल जा रहा हूं।हम स्कूल जा रहे हैं।
वह कविता पढ़ रही है।वह कविताएं पढ़ रही है।
मैं कल खिलौना लाया था।हम कल खिलौने लाए थे।

वाक्य में क्रिया पर ध्यान दें

कई बार वचन की पहचान करने के लिए क्रिया को ध्यान में रखना पड़ता है। क्रिया जब एकवचन या बहुवचन के साथ प्रयुक्त होती है, तब वचन की पहचान होती है। जैसे कि मैं खाता हूँ, मैं जा रहा हूँ, वह दौड़ रहा है आदि क्रिया का एकवचन रूप है। लेकिन हम खाते हैं,हम जा रहे हैं, वह सब खेल रहे हैं आदि क्रिया के बहुवचन रूप को दर्शाता है।

उदाहरण के लिए – (क्रिया के आधार पर वचन की पहचान)

एकवचनबहुवचन
लड़का दौड़ रहा है।लड़के दौड़ रहे हैं
कुत्ता भौंक रहा है।कुत्ता भौंक रहे हैं।
वह खेल रहा हैं।वे खेल रहे हैं।
वह बच्चा नाच रहा है।हम बच्चे नाच रहे हैं।

वाक्यांशों को ध्यान से पढ़ें

कई बार वाक्य में संज्ञा या सर्वनाम का एक छोटा भाग होता है, जो वचन को दर्शाता है इसलिए इसे ध्यान से पढ़ें और वचन को पहचाने। जैसे कि ‘मेरी आंखें’। इस वाक्य में संज्ञा आंखें हैं, जो दो आंखों को दर्शा रहा है और मेरी संज्ञा के साथ संबंधित सर्वनाम है, जो व्यक्ति के संबंध को दर्शाता है। इस वाक्य का प्रमुख संज्ञा यानी आंखें के आधार पर हम कह सकते हैं, कि यह वाक्य बहुवचन है।

वचन प्रयोग के नियम

यहां वचन प्रयोग के नियम का मतलब है, कि जब एकवचन से बहुवचन में शब्द या वाक्य को परिवर्तन किया जाता है, तो अलग-अलग स्थिति के आधार पर अलग-अलग नियमों का पालन करना पड़ता है। जिनके बारे में हम यहां नीचे विस्तार से बात करेंगे। जैसे कि –

अकारांत स्त्रीलिंग शब्दों में (‘अ’ से ‘ऐ’)

इस तरह के शब्दों को एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन करने के लिए शब्दों के आखिर में इस्तेमाल किए गए ‘अ’ अक्षर के स्थान पर ‘ऐ’ पुस्तक’ अक्षर का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि –

एकवचनबहुवचन
पुस्तकपुस्तकें
चीजचीजें
खेलखेलें
पंखपंखें

अकारांत पुल्लिंग शब्दों में ( ‘आ’ से ‘ए’)

इस तरह के शब्दों को एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन करने के लिए शब्दों के आखिर में इस्तेमाल किए गए ‘आ’ अक्षर के स्थान पर ‘ए’ अक्षर का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि –

एकवचनबहुवचन
लड़कालड़के
घोड़ाघोड़े
कुत्ताकुत्ते
कमराकमरे

अकारांत स्त्रीलिंग शब्दों में (‘ई, इ’ से इयाँ)

यह नियम स्त्रीलिंग शब्दों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें शब्दों के अंत में ई तथा इ के स्थान पर इयाँ का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि –

एकवचनबहुवचन
लड़कीलड़कियाँ
घोड़ीघोड़ियाँ
रानीरानियाँ
राजकुमारीराजकुमारियाँ

अकारांत स्त्रीलिंग शब्दों में (‘आ’ से ‘एँ’)

यह नियम स्त्रीलिंग शब्दों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें शब्दों के अंत में आ के स्थान पर एँ का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि –

एकवचनबहुवचन
महिलामहिलाएँ
कविताकविताएँ
पत्रिकापत्रिकाएँ
कथाकथाएँ

अकारांत स्त्रीलिंग शब्दों में (‘य’ से ‘यँ’)

यह नियम स्त्रीलिंग शब्दों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसमें शब्दों के अंत में ‘य’ के स्थान पर ‘यँ’ का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे कि –

एकवचनबहुवचन
गुड़ियागुड़िया
बुढ़ियाबुढ़ियाँ
चिड़ियाचिड़ियाँ
चुहियाचुहियाँ

अकारांत स्त्रीलिंग या पुलिंग शब्दों में (आदर व सम्मान के समय)

हिंदी व्याकरण के अनुसार बताया गया है, कि कुछ ऐसे स्त्रीलिंग व पुलिंग शब्द होते हैं, जिन्हें आदर व सम्मान के रूप में एकवचन से बहुवचन में परिवर्तन करने के लिए शब्दों के अंत में दल, जन, वर्ग, गण और लोग आदि जैसे शब्दो को जोड़ा जाता है। जैसे कि –

एकवचनबहुवचन
गुरुगुरुजन
अध्यापकअध्यापकगण
आप या तुमआप लोग या तुम लोग
मित्रमित्रवर्ग

निष्कर्ष

आज का यह लेख ‘वचन की परिभाषा, भेद और प्रयोग के नियम’ यहीं पर समाप्त होता है। आज के इस लेख में हमने वचन किसे कहते हैं तथा वचन के कितने भेद होते हैं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की है। उम्मीद करते हैं, हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपके लिए उपयोगी साबित हुई होगी। इसी के साथ यदि आपको इस लेख से संबंधित और अधिक जानकारी चाहिए, तो नीचे कमेंट के माध्यम से आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। इसी के साथ यदि आपको यह लेख पसंद आया हो, तो इसे अन्य लोगों के संग अवश्य शेयर करें।

FAQ

वचन क्या है?

जो वस्तु  व्यक्ति या अन्य पदार्थों की संख्याओं को दर्शाता है उन्हें वचन कहा जाता है।

हम कौन सा वचन है?

हम बहुवचन है।

वचन कितने प्रकार के होते हैं?

वचन के दो प्रकार के होते हैं,  एकवचन और बहुवचन।

आग कौन सा वचन है?

आग एकवचन होता है।

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