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Alp Viram Chinh
आज के इस लेख में हम Alp Viram Chinh अल्प विराम चिह्न: परिभाषा, प्रयोग और नियम के बारे में चर्चा करने वाले हैं। दरअसल हिंदी भाषा को लिखित रूप से जानने के लिए विराम चिन्हों के बारे में जानकारी होना अति आवश्यक है।
इन्हीं चिन्हों के माध्यम से हमें यह ज्ञात होता है कि वाक्य कहां समाप्त होता है और वाक्य में कहां ठहरना है। इन्हीं विराम चिन्हों के माध्यम से एक लेखक अपने भावनाओं को लिखित रूप से बयान कर पाता है।
इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए आज हम यहाँ अल्पविराम चिन्ह किसे कहते हैं (Alp Viram Chinh) अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग कहां किया जाता है और अल्पविराम चिन्ह प्रयोग करने के नियम क्या है आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे।
तो चलिए फिर बिना देर किए इस लेख को शुरू करते हैं और जानते हैं अल्पविराम चिन्ह के बारे में संपूर्ण जानकारी
अल्पविराम चिन्ह किसे कहते हैं
अल्पविराम चिन्ह हिंदी वाक्य में प्रयुक्त होने वाले प्रमुख विराम चिन्हों में से एक है, जिन्हें अंग्रेजी भाषा में ‘Comma’ (,) के नाम से जाना जाता है। अल्पविराम चिन्ह विशेष तौर पर वाक्यों को विभाजित करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है, ताकि वाक्य का अर्थ स्पष्ट हो सके और वाक्य को पढ़ने तथा समझने में आसानी हो सके।
अल्पविराम चिन्हों का प्रयोग किसी बड़े वाक्य को छोटे भागों में विभाजित करने के लिए किया जाता है। इनका प्रयोग किसी विशेषता या विशेष बात को दर्शाने के लिए किया जाता है या वाक्य में मौजूद किसी दो विचारों या विषयों को अलग करने के लिए भी किया जाता है।
जैसे कि –
- नमस्ते, मेरा नाम राज है (इस वाक्य में अल्प विराम चिन्ह का प्रयोग दो वाक्यों को अलग करने के लिए किया गया है)
- वह बहुत ही टैलेंटेड, समृद्ध और आदर्शवादी है। (इस वाक्य में अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग विभिन्न विशेषताओं को अलग करने के लिए किया गया है)
- कल, हम पिकनिक पर जा रहे हैं (इस वाक्य में अल्पविराम चिन्ह ने ‘कल’ शब्द को अन्य भागों से अलग करने के लिए प्रयोग किया गया है)
अल्पविराम चिन्ह वाक्यों के अंदर विभिन्न संबंधित तत्वों को सुनिश्चित करने में मदद करता है। जो पढ़ने और समझने को आसान बनाता है। इसलिए, अल्पविराम चिन्ह वाक्य विन्यास के लिए महत्वपूर्ण होता है।
अल्पविराम चिन्ह की परिभाषा क्या है
वाक्यों में थोड़ी देर रुकने या ठहरने के लिए जिन चिन्हों का प्रयोग किया जाता है उन्हें अल्पविराम चिन्ह (Alp Viram Chinh) कहा जाता है। अल्पविराम का शाब्दिक अर्थ ही ‘थोड़ी देर रुकना या ठहरना’ होता है।
हिंदी भाषा को लिखित रूप से अच्छी तरह से समझने के लिए प्रायः अल्पविराम चिन्हों (,) का प्रयोग वाक्य के बीच में किया जाता है।
जैसे कि –
- राम, श्याम और माधव बहुत अच्छे दोस्त हैं।
- मीना ने आज बाजार से बैंगन, आलू, गोभी और प्याज खरीदी है।
- धीरज घर आया, कपड़े बदले और फिर स्कूल के यह चला गया।
- उसने कहा, तुम बहुत बदतमीज इंसान हो।
- मीणा, आज फिर तुम क्लास के लिए लेट हो गई हो।
- ठीक है, मैं अकेले ही चला जाता हूँ।
अल्पविराम चिन्ह के उदाहरण क्या है
यहाँ नीचे हम अल्पविराम चिन्ह को अच्छी तरह से समझाने के लिए कुछ उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। इन उदाहरण के माध्यम से आप अच्छी तरह से समझ जाएंगे कि अल्पविराम कहाँ प्रयोग किया जाता है और अल्पविराम कैसे लगाया जाता है।
तो आइए देखते हैं, अल्पविराम के 10 उदाहरण क्या है –
- घर आते समय बाजार से फल, सब्जियां और कुछ मिठाईयां लेकर आना।
- मनोज घर आया, खाना खाया और तुरंत सो गया।
- उन्हें रोको मत, जो कहना है कहने दो।
- राम, श्याम, मनोज और अंकित बचपन के दोस्त है।
- विकास, तुम खाना खाकर जल्द ही सोने चले जाओ।
- वीना, तुम्हारी तो कल परीक्षा है ना?
- सीमा, तुम्हें अब अपने घर चले जाना चाहिए।
- आज कक्षा में, बहुत खामोशी है।
- अंकुश, सीमा का बहुत अच्छा दोस्त है।
- नमस्ते, आप कैसे हैं?
अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग कैसे किया जाता है
यदि आपको इस बात का सही ज्ञान नहीं है, कि अल्प विराम चिन्ह का प्रयोग कैसे किया जाता है। तो यहां नीचे दिए गए बिंदुओं को ध्यानपूर्वक पढ़ें, क्योंकि यहां दी गई जानकारी से आप अच्छी तरह समझ जाएंगे कि अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग कैसे किया जाता है और अल्पविराम चिन्ह के नियम क्या है –
1 . वाक्य मे अक्सर अवतरन चिन्ह (“) के ठीक पहले अल्पविराम चिन्ह का इस्तेमाल किया जाता है।
जैसे कि –
- निशा ने कहाँ, “विकास पढ़ाई में बहुत अच्छा हैं।”
- उसने वीना से कहा, “तुम बहुत सुन्दर हो।”
- एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा था, “अगर तुम सूरज की तरह चमकना चाहते हो तो पहले सूरज की तरह जलो।”
- सुभाष चंद्र बोस ने कहा था, “जिस व्यक्ति के अंदर सनक नहीं होती वह कभी महान नहीं बन सकता।”
- रविंद्र नाथ टैगोर कहते थे, “अच्छे लोगों की खूबी यह होती है कि उन्हें याद रखना नहीं पड़ता वह याद रह जाते हैं।”
2 . जब एक ही प्रकार के वाक्यो के बीच में रुकने या ठहरने की जरूरत होती है तो वहां अल्प विराम चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। या फिर जब एक प्रकार के वाक्यो को विभाजित करना हो यानी वाक्य को अलग करने के लिए अल्पविराम चिन्ह का इस्तेमाल किया जाता है।
जैसे कि –
- रीना ने बच्चों के लिए बिस्कुट, केक और चॉकलेट खरीदे।
- मां, बाप और घर के बुजुर्गों का दिल कभी नहीं दुखाना चाहिए।
- भाई, बहन के बीच एक अटूट रिश्ता होता है।
- मीना, टीना और सोहन बहुत अच्छे दोस्त है।
- हिंदी में चांद को चंद्रमा, शशि, सुधाकर, हिमांशु और मयंक के नाम से जाना जाता है।
3 . वाक्यों में उपस्थित उप वाक्यों के बीच थोड़ी देर रुकने या ठहरने के लिए अल्पविराम चिन्हों का इस्तेमाल किया जाता है या फिर जब वाक्यों में मौजूद उपवाक्य को अलग करना हो तब भी अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
जैसे कि –
- शाम घर आया, खाना खाया और फिर खेलने चला गया।
- सीता ने घर की सफाई की, खाना बनाएं और अब वह तैयार होने गई है।
- राम ने खाना खाया, दवाई खाई और फिर सोने चला गया।
- जोरदार हवा चली, तूफान आया और फिर बारिश होने लगी।
- बच्चे स्कूल से आए, खाना खाएं और खेलने चले गए।
4 . वाक्य में जब किसी का संबोधन करना हो तो उसके पश्चात अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। या यूँ कहे तो संबोधन कारक की संज्ञा के पश्चात अक्सर अल्पविराम चिन्हों का इस्तेमाल किया जाता है।
जैसे कि –
- रवि, तुम आज फिर घर देर से आए हो।
- ठीक है, लाओ इसे मुझे दे दो।
- प्रियांश, अब तुम घर जा सकते हो।
- स्वाति, क्या तुम कल स्कूल जा रही हूं?
- मुझे बताओ, अब आगे क्या करना है।
- अंजलि को पता नहीं, आज यहां क्या क्या हुआ है।
- उसको, ऐसा नहीं करना चाहिए था।
5 . वाक्यों में मौजूद समानाधिकरण शब्दों के मध्य में भी अल्पविराम चिन्ह का इस्तेमाल किया जाता है।
जैसे की –
- रूस के राष्ट्रपति, व्लादिमीर पुतिन ने युक्रेन पर चढ़ाई की।
- राजा दशरथ के पुत्र राम, सीता जी के पति थे।
- भारत की सबसे बड़ी पहचान है, वह एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है।
- अमेरिका में अक्सर, काले – गोरे की लड़ाई होती है।
- 15 अगस्त 1947 में, भारत को आजादी मिली थी।
6 . जब किसी वाक्यांशो या शब्दों की पुनरावृत्ति करनी हो, विशेष कर वहां जहां उन शब्दों पर या वाक्य पर विशेष बल देना तो उन स्थानों पर अल्पविराम चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।
जैसे की –
- तुम्हें आज देर, बहुत देर हो गई।
- राम सीता से प्यार, बहुत प्यार करता है।
- मैं आज खुश, बहुत खुश हूं।
- श्याम आज कक्षा में केवल पास नही, बहुत अच्छे अंको से पास हुआ है।
- धीरज का घर दूर, बहुत दूर है।
- वह इंसान मेरे करीब, बहुत करीब है।
- यह पुस्तक उपयोगी नही, बहुत उपयोगी है।
7 . जब किसी वाक्य में तब तब यह वह या तो आदि जैसे शब्द लुप्त होते हैं, तो वहां भी अल्पविराम चिन्हों का प्रयोग किया जाता है।
जैसे कि –
- मैं जो कह रहा हूँ, जल्दी-जल्दी करो।
- ये लड़का जहाँ बैठ जाता है, सो जाता है।
- खाना जब खाना ही है, खा लो।
- तुम्हें जाना ही है, चले जाओ पूछ क्यों रहे हो।
- सुनना है नहीं किसी का, बोलकर फायदा क्या।
अल्पविराम कितने प्रकार के होते हैं
हिंदी व्याकरण के अनुसार अल्पविराम मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं।
जैसे कि –
- लिस्टिंग अल्पविराम
- जुड़ने वाला अल्पविराम
- गैपिंग अल्पविराम
- ब्रैकेटिंग अल्पविराम
लिस्टिंग अल्पविराम
वाक्य में जहां अल्पविराम चिन्हों को हटाकर दूसरे शब्दो जैसे और, या, तथा आदि से बदला जा सकता है उन्हें लिस्टिंग अल्पविराम कहते हैं।
जैसे की –
- मीना बाजार से फल, सब्जी, मिठाई और चॉकलेट लाई है। इस वाक्य को ऐसे भी लिख सकते हैं, ‘मीना बाजार से फल और सब्जी और मिठाई तथा चॉकलेट लाई है।’
- हिंदुस्तान टाइम्स दैनिक जागरण या प्रभात खबर से एक लेख चुने। इसे हम ऐसे लिख सकते हैं, हिंदुस्तान टाइम्स या दैनिक जागरण या प्रभात खबर से एक लेख चुने।’
जुड़ने वाला अल्पविराम
दो अलग-अलग लंबे वाक्यों को जोड़ने के लिए प्रयोग किए जाने वाले चिन्हों को जुड़ने वाला अल्पविराम चिन्ह कहते हैं। इन चिन्हों का इस्तेमाल वाक्य में अक्सर लेकिन, या, और, तथा, जबकि जैसे शब्दों से पहले प्रयोग किया जाता है।
जैसे की –
- ब्रिटेन में मोटर मार्ग निशुल्क है, जबकि फ्रांस और स्पेन में मोटर मार्ग टोल रोड है।
- परीक्षा के रिजल्ट इस सप्ताह आने वाली थी, लेकिन यह अभी तक नहीं आई है।
गैपिंग अल्पविराम
वाक्य में जब एक जैसे शब्दों को नहीं दोहराने का निर्णय लिया जाता है, तो वहां इस्तेमाल किए गए अल्पविराम चिन्हों को गैपिंग अल्पविराम चिन्ह कहा जाता है।
जैसे कि –
- बृहस्पति ग्रह सबसे बड़ा है, प्लूटो ग्रह सबसे छोटा।
- तुम दीपा से बड़ी हो, दीपा तुमसे छोटी।
ब्रैकेटिंग अल्पविराम
इस तरह के अल्पविराम प्रायः जोड़े में आते हैं। सरल शब्दों में कहे, तो जब तक वाक्य की शुरुआत या उसके अंत में ना या नहीं आता है तथा ऐसे वाक्य हमेशा बीच में रुकावट डालते हैं या ठहरने का संकेत देते हैं ब्रैकेटिंग अल्पविराम कहलाते हैं। इस तरह के अल्पविराम चिन्हों को वाक्य से हटाया भी जा सकता है।
जैसे कि-
- धीमी आवाज में कहें तो, हमें थोड़ी समस्या है।
- मेरी माँ, जो स्पोर्ट्स से नफरत करती थी, हमेशा मुझे खेलते देखने से मना करती थी।
निष्कर्ष
आज का यह लेख अल्प विराम चिह्न (Alp Viram Chinh) यहीं पर समाप्त होता है। आज के इस लेख में हमने जाना की अल्पविराम चिन्ह परिभाषा क्या है, अल्पविराम चिन्ह के प्रयोग और नियम क्या है तथा अल्प विराम चिन्ह के प्रकार कितने हैं।
उम्मीद करते हैं, हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको अच्छी तरह से समझ आ गई होगी। लेकिन इसके बावजूद यदि इस विषय से संबंधित आप और अधिक जानकारी चाहते हैं या कोई प्रश्न पूछना चाहते हैं, तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट के जरिए आप अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं।
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FAQ
अल्पविराम कैसे लगाया जाता है?
वाक्य में जहां थोड़ी देर ठहरना हो या किसी विशेष वाक्य को विभाजित करना हो, तो वहां अल्पविराम चिन्ह लगाया जाता है।
अल्पविराम को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
अल्पविराम को इंग्लिश में Comma के नाम से जाना जाता है।
अल्पविराम कितने प्रकार के होते हैं?
अल्पविराम 4 तरह के होते हैं – लिस्टिंग अल्पविराम, जुड़ने वाला अल्पविराम, गैपिंग अल्पविराम, और ब्रैकेटिंग अल्पविराम।
अल्पविराम चिन्ह कौन सा है?
इस तरह के चिन्ह को (,) अल्पविराम चिन्ह कहा जाता है।